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Friday, June 1, 2018

सिक्स पैक ऐब्स के चक्कर में किडनी फेल्योर के शिकार हो रहे हैं युवा

सिक्स पैक ऐब्स के चक्कर में किडनी फेल्योर के शिकार हो रहे हैं युवा

युवाओं में सलमान खान, ऋतिक रोशन और टाइगर श्रॉफ जैसी बॉडी पाने की होड़ बढ़ रही है और इस होड़ में आज के युवा जिम में या अपने घर पर 'सिक्स पैक एब्स' पाने के लिए खास तरह की एक्सरसाइज करते हैं और हाईप्रोटीन डाइट लेते हैं.

नई दिल्ली: युवाओं में सलमान खान, ऋतिक रोशन और टाइगर श्रॉफ जैसी बॉडी पाने की होड़ बढ़ रही है और इस होड़ में आज के युवा जिम में या अपने घर पर 'सिक्स पैक एब्स' पाने के लिए खास तरह की एक्सरसाइज करते हैं और हाईप्रोटीन डाइट लेते हैं. कई बार जिम इंस्ट्रक्टर शरीर के कुछ हिस्सों में मांसपेशियों में उभार लाने के लिए हाईप्रोटीन डाइट, स्टेरॉयड और हार्मोन के इंजेक्शन लेने की सलाह देते हैं, लेकिन इन सबके मिले-जुले दुष्प्रभाव के कारण कई युवा किडनी फेल्योर के शिकार बन रहे हैं.

क्या कहते हैं मरीज-
मरीजों से प्राप्त जानकारियों के विश्लेषण एवं परीक्षणों से पता चला है कि उनकी किडनी फेल्योर का कारण सिक्स पैक्स बनाने के लिए जिम में कराई जाने वाली खास तरह की एक्सरसाइज, स्टेरॉयड और हार्मोन के इंजेक्शनों का प्रयोग है.

क्या कहते हैं डॉक्टर-
नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. जितेंद्र कुमार ने बताया कि ऐसे युवाओं की संख्या बहुत अधिक है, जो सलमान खान और ऋतिक रोशन जैसे बालीवुड अभिनेताओं की तरह का शरीर पाने के लिए जिम में जाकर घंटों तक खास तरह की एक्सरसाइज करते हैं. स्टेरॉयड और हार्मोन के इंजेक्शनों का सहारा लेते हैं और अपनी किडनी खराब कर बैठते हैं.

एक्सरसाइज को लेकर युवाओं के मन में हैं भ्रांतियां -  
उन्होंने कहा कि आज के युवाओं के मन में एक्सरसाइज को लेकर कई तहर की भ्रांतियां बन गई हैं. वे अपने शरीर को स्वस्थ और चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए एक्सरसाइज नहीं करते, बल्कि अपने शरीर को बॉलीवुड या हॉलीवुड के हीरो की तरह के सिक्स पैक लुक पाने के लिए एक्सरसाइज करते हैं. जिम का ट्रेनर भी शरीर के शिल्पकार की तरह इन युवाओं के शरीर में बदलाव लाने के लिए खास तरह के एक्सरसाइज डिजाइन करता है. खास डायट प्लान बताता है. कई युवा आगे बढ़कर स्टेरॉयड और हार्मोन के इंजेक्शन लेने लगते हैं और इन सब का मिलाजुला दुष्प्रभाव यह होता है कि उनकी किडनी खराब हो जाती है.

करें नेचुरल एक्सरसाइज-
एक्सरसाइज और योग स्वास्थ्य के लिए अच्छा है, लेकिन इसे विकृत करके नहीं करना चाहिए. इसके अलावा लोगों को शारीरिक काम काज करना चाहिए, जितना हो सके पैदल चलना चाहिए. आज के समय में लोग सब्जी खरीदने भी कार से जाते हैं, लेकिन बाद में ट्रेडमिल पर पसीने बहाते नजर आते हैं.

डॉ. जितेंद्र ने कहा कि हर व्यक्ति के शरीर की बनावट अलग होती है. बेहतर है कि किसी दूसरे के शरीर जैसा अपना शरीर बनाने के बजाय अपने शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए हमें समुचित व्यायाम, योग, पैदल चलने और समुचित आहार जैसे उपायों को अपनाना चाहिए.

ये एक्सपर्ट के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुन क्रूाष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.

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