दिमाग तेज करना है तो जिम में बहाएं पसीना
अगर आप सोचते हैं कि जिम में पसीना बहाने से सिर्फ आपकी शारीरिक शक्ति बढ़ती है तो आपको सोचने की जरूरत है. जी हां, हाल ही में आई एक रिसर्च के मुताबिक, जिम में पसीना बहाने से आपका दिमाग भी तेज हो सकता है. जानिए, क्या कहती है रिसर्च.
नई दिल्लीः अगर आप सोचते हैं कि जिम में पसीना बहाने से सिर्फ आपकी शारीरिक शक्ति बढ़ती है तो आपको सोचने की जरूरत है. जी हां, हाल ही में आई एक रिसर्च के मुताबिक, जिम में पसीना बहाने से आपका दिमाग भी तेज हो सकता है. जानिए, क्या कहती है रिसर्च.
क्या कहती है रिसर्च-
रिसर्च के मुताबिक, शक्तिशाली लोग यानि जो शारीरिक रूप से मजबूत हैं, ऐसे लोग दिमाग संबंधी कामकाज में बेहतर प्रदर्शन करते हैं. शोध में कहा गया है कि आपकी मांसपेशीय शक्ति भुजा की ताकत से आंकी जाती है, जो आपके स्वस्थ दिमाग का संकेत देता है.
रिसर्च के मुताबिक, शक्तिशाली लोग यानि जो शारीरिक रूप से मजबूत हैं, ऐसे लोग दिमाग संबंधी कामकाज में बेहतर प्रदर्शन करते हैं. शोध में कहा गया है कि आपकी मांसपेशीय शक्ति भुजा की ताकत से आंकी जाती है, जो आपके स्वस्थ दिमाग का संकेत देता है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट-
करीब पांच लाख लोगों पर किए गए शोध को 'सिजोफ्रेनिया बुलेटिन' नामक पत्रिका में प्रकाशित किया गया. जिसके बारे में ऑस्ट्रेलिया के वेस्टर्न सिडनी विश्वविद्यालय के शोधकर्ता जोसेफ फिर्थ का कहना है कि हमारा शोध इस बात की पुष्टि करता है कि मजबूत लोग वास्तव में बेहतर कामकाजी दिमाग रखते हैं.
करीब पांच लाख लोगों पर किए गए शोध को 'सिजोफ्रेनिया बुलेटिन' नामक पत्रिका में प्रकाशित किया गया. जिसके बारे में ऑस्ट्रेलिया के वेस्टर्न सिडनी विश्वविद्यालय के शोधकर्ता जोसेफ फिर्थ का कहना है कि हमारा शोध इस बात की पुष्टि करता है कि मजबूत लोग वास्तव में बेहतर कामकाजी दिमाग रखते हैं.
किन पर किया गया शोध-
ब्रिटेन के 475,397 प्रतिभागियों पर ये रिसर्च की गई. रिसर्च के आंकड़ों का उपयोग करते हुए इस शोध से पता चलता है कि औसत रूप से बलवान लोगों ने दिमागी कामकाज परीक्षणों में बेहतर प्रदर्शन किया. इन परीक्षणों में प्रतिक्रिया की गति, तर्क संबंधी समस्याओं का हल और स्मृति से जुड़े अलग-अगल तरह के प्रशिक्षण शामिल थे
ब्रिटेन के 475,397 प्रतिभागियों पर ये रिसर्च की गई. रिसर्च के आंकड़ों का उपयोग करते हुए इस शोध से पता चलता है कि औसत रूप से बलवान लोगों ने दिमागी कामकाज परीक्षणों में बेहतर प्रदर्शन किया. इन परीक्षणों में प्रतिक्रिया की गति, तर्क संबंधी समस्याओं का हल और स्मृति से जुड़े अलग-अगल तरह के प्रशिक्षण शामिल थे
No comments:
Post a Comment